Respuesta :
जल-स्रोत
भारत जल संसाधन के मामले में समृद्ध है। भारत में विशाल नदियों का जाल बिछा हुआ है तथा भूमिगत जल धारण करने वाले विशाल जलोढ़ बेसिन मौजूद हैं| फिर भी भारत के अलग-अलग क्षेत्रों की स्थिति में व्यापक अंतर है। एक क्षेत्र सूखा तो दूसरा क्षेत्र बाढ़ से ग्रस्त रहता है। वैसे जल का प्रमुख उपयोग सिंचाई में है। इसके अतिरिक्त औद्योगिक तथा घरेलू उपभोग़ के लिए काफी मात्रा में जल की आवश्यकता होती है।
Answer:
Explanation:
पानी का प्रदूषण लगभग है
हमेशा मानव गतिविधि का परिणाम है। में
ऐसे क्षेत्र जहाँ जनसंख्या घनत्व अधिक और मानव है
भूमि का उपयोग गहन है, भूजल विशेष रूप से कमजोर है। वस्तुतः कोई गतिविधि जिससे
रसायन या अपशिष्ट पर्यावरण के लिए जारी किया जा सकता है, या तो जानबूझकर या गलती से, है
भूजल को प्रदूषित करने की क्षमता। कब
भूजल दूषित हो जाता है, यह मुश्किल है
और साफ करने के लिए महंगा है।
प्रदूषण की रोकथाम या बचाव के लिए शुरू करने के लिए, हमें यह समझना चाहिए कि सतह का पानी कैसा है
और भूजल परस्पर संबंधित हैं। भूजल और
सतही जल आपस में जुड़े हुए हैं और पूरी तरह से हो सकते हैं
समझ और समझदारी से तभी काम किया गया
इस तथ्य को स्वीकार किया जाता है। यदि दूषित पानी के स्रोत के पास अच्छी तरह से पानी की आपूर्ति है, तो वह अच्छी तरह से
दूषित होने का जोखिम चलाता है। अगर वहाँ है
पास की एक नदी या नाला, जो जलधारा हो सकती है
प्रदूषित भी हो जाते हैं
भूजल द्वारा।
कैसे
भू जल
बनना
दूषित?
इसके आधार पर
भौतिक, रासायनिक,
और जैविक गुण, एक दूषित
वह जारी कर दिया गया है
वातावरण में
एक में स्थानांतरित हो सकता है
उसी में एक्वीफर
ढंग से वह जमीन
पानी चलता है